Department of Sanskrit
संस्कृत विभाग का इतिहास स्नातक स्तर पर महाविद्यालय की स्थापना 17 अगस्त 1957 के साथ ही प्रारम्भ हो गया था, तत्पश्चात् 2008-2009 से संस्कृत विभाग स्नातकोत्तर कक्षाओं के लिए स्नातकोत्तर प्रोग्राम का संचालन कर रहा है।जयवंती हाक्सर महाविद्यालय नर्मदापुरम् संभाग का एकमात्र महाविद्यालय है जो गत 15 वर्षों से स्नातकोत्तर कक्षाओं का एवं 66 वर्षों से स्नातक कक्षाओं का संचालन कर रहा है। संस्कृत भाषा के महत्व के परिणाम स्वरूप स्नातकोत्तर कक्षाओं में 100 विद्यार्थी प्रतिवर्ष प्रवेश लेकर अध्ययन करते हैं।विभाग के छात्र बरकतउल्ला आदि विश्वविद्यालय से पीएचडी करते हैं। विभाग के विद्यार्थियों का NET, SET, CTET आदि प्रतियोगी परीक्षाओं में चयन होता है।विभाग से पढ़ें अनेकों विद्यार्थी विद्यालयों, महाविद्यालयों, भारतीय आर्मी सेवा आदि जगहों पर नौकरी कर रहे हैं। विभाग समय समय पर संस्कृत संभाषण कोर्स अतिथी व्याख्यान आदि का आयोजन करता है। जिससे विद्यार्थियों में नित निरन्तर सीखने एवं सर्वांगीण विकास की भावना हमेशा प्रबल रहती है। संस्कृत स्नातक तीनों वर्षों के विद्यार्थियों को प्रति वर्ष जयवंती हाक्सर छात्रवृत्ति के माध्यम से 1000 – 1000 रूपये प्रदान किये जातें हैं।आगामी कुछ महीनों में संस्कृत विभाग पीएचडी शोधकेंद्र के लिए पात्र हो जायेगा।परिणामत: विभाग के विद्यार्थी महाविद्यालय में ही शोध कार्य कर सकेंगेI
- Dr. Pragati Dongre (Assistant Professor & H.O.D.)
- Dr. Neeraj Dhakad (Assistant Professor)
- Shri Rupesh Soni (Guest Faculty)
1. B.A. I Year (Major)
2. B.A. I Year (Minor & Elective)
3. B.A. II Year (Major)
4. B.A. II Year (Minor & Elective)
5. B.A. III Year (Major)
6. B.A. III Year (Minor & Elective)
7. M.A. I Sem
8. M.A. II Sem
9. M.A. III Sem
10.M.A. IV Sem